पूरा सफ़र तेरे संग
कश्ती सा मैं था, भटका समन्दर में।
चुन कर मुझे, तूने राह दी तेरे शरण की।
तेरे परिवार में स्नेह से मुझे शांति मिली।
तू दे आशीष और दे वचन न्याय के।
फिर भी हूँ असमर्थ तेरी दया संजोने में।
अक्सर किया है विद्रोह, दुखाया तेरा दिल।
अनदेखा कर मेरे पापों को मुझे मोक्ष की ओर बढ़ाता।
जाऊँ मै दूर तो ख़तरों से खींच लाता।
करूँ विद्रोह, तो तू छुपे, तम मुझे जकड़ ले।
मैं वापस आऊँ, तू करुणा दे मुझे, हँस के पकड़ ले।
जब शैतान मारे मुझे, तू भर दे ज़ख़्म दिल के मेरे।
हर परीक्षा में तू साथ हो मेरे।
जल्द सुबह आएगी, और फिर से चमकेगा नीला गगन,
जब तुम मेरे साथ हो।
जल्द सुबह आएगी, और फिर से चमकेगा नीला गगन,
जब तुम मेरे साथ हो।
तू मेरा जीवन, तू मेरा प्रभु। साथी तू मेरा, हमेशा रहे साए सा। इन्सां तू बनना सिखाता है, और देता है जीवन और सच। तेरे ही साथ भव्यता से भरे मेरा जीवन। चाहत न कोई रखूं, तेरे नियम से ही चलूँ। बनूं सच्चा सृजन, लौटूं तेरी ओर। तेरे वजूद में जी कर, तुझ से कहता हूँ, तेरी सुनता हूँ। अकेला तुझको छोड़ूंगा न मैं अब। तेरे साथ में, तूफां का डर नहीं। जब ढँके रात मुझे, अकेला मै अब नहीं। जो तू है मेरे पास, ख़तरा हो या मुश्किल, मैं लड़ूं। तेरे साथ में, सफ़र होंगे आसान। मुश्किल भरे रास्ते जो मिलते हैं सफ़र में, ले जाते हैं ओर सुंदर बसन्त की। जल्द सुबह आएगी, और फिर से चमकेगा नीला गगन, जब तुम मेरे साथ हो। तेरे साथ में, तूफां का डर नहीं। जब ढँके रात मुझे, अकेला मै अब नहीं। जो तू है मेरे पास, ख़तरा हो या मुश्किल, मैं लड़ूं। तेरे साथ में, सफ़र होंगे आसान। मुश्किल भरे रास्ते जो मिलते हैं सफ़र में, ले जाते हैं ओर सुंदर बसन्त की। जल्द सुबह आएगी, और फिर से चमकेगा नीला गगन। मैं तेरे संग हूँ।
तू मेरा जीवन, तू मेरा प्रभु। साथी तू मेरा, हमेशा रहे साए सा। इन्सां तू बनना सिखाता है, और देता है जीवन और सच। तेरे ही साथ भव्यता से भरे मेरा जीवन। चाहत न कोई रखूं, तेरे नियम से ही चलूँ। बनूं सच्चा सृजन, लौटूं तेरी ओर। तेरे वजूद में जी कर, तुझ से कहता हूँ, तेरी सुनता हूँ। अकेला तुझको छोड़ूंगा न मैं अब। तेरे साथ में, तूफां का डर नहीं। जब ढँके रात मुझे, अकेला मै अब नहीं। जो तू है मेरे पास, ख़तरा हो या मुश्किल, मैं लड़ूं। तेरे साथ में, सफ़र होंगे आसान। मुश्किल भरे रास्ते जो मिलते हैं सफ़र में, ले जाते हैं ओर सुंदर बसन्त की। जल्द सुबह आएगी, और फिर से चमकेगा नीला गगन, जब तुम मेरे साथ हो। तेरे साथ में, तूफां का डर नहीं। जब ढँके रात मुझे, अकेला मै अब नहीं। जो तू है मेरे पास, ख़तरा हो या मुश्किल, मैं लड़ूं। तेरे साथ में, सफ़र होंगे आसान। मुश्किल भरे रास्ते जो मिलते हैं सफ़र में, ले जाते हैं ओर सुंदर बसन्त की। जल्द सुबह आएगी, और फिर से चमकेगा नीला गगन। मैं तेरे संग हूँ।
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, प देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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