2017/07/02

मानव जाति पर परमेश्वर की करुणा


मानव जाति पर परमेश्वर की करुणा

"दया" को..... कई तरीकों से समझ सकते है
इसका मतलब तो प्यार, सुरक्षा और देखभाल है
"दया"... का मतलब प्रभु से लगाव है
लेकिन ज्यादा स्नेह किसी के नुकसान के लिए नहीं है
जो उसके प्यार और कोमलता का छाया मात्र है
और इस भावना को हम कभी भी खोना नहीं चाहेंगे
यह परमेश्वर का रहम और सहनशीलता है इंसानों पर
जबकि परमेश्वर ने सभी के लिए एक ही शब्द का प्रयोग किया
लेकिन इसमें उनके दिल की आवाज़ और नज़रिया है हमारे लिए
जब परमेश्वर बोले तो सब कुछ प्रकाशित हुआ


नीनवह की सड़के भी, सदोम की तरह,
भ्रष्ट, बुरी और हिंसक थी
लेकिन वो पछताए तो भगवान का दिल बदल गया
और उनका विनाश भी माफ़ हुआ
परमेश्वर के शब्द और शिक्षा के लिए
उनका रवैया सदोम के लोगों से अलग था
उनका समर्पण भगवान के लिए पूरा था
और अपने पापों के लिए पश्चाताप भी सच्चा था
वो हर तरीके से मेहनती और ईमानदार थे
तो परमेश्वर ने एक बार फिर करुणा दिखाई और उन पर कृपा की।
“वचन देह में प्रकट हुआ” से

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

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