The Second Coming of Jesus | Hindi Best Christian Movie "द्वार पर दस्तक" (Hindi Dubbed)
Two thousand years ago, the Lord Jesus prophesied, "And at midnight there was a cry made, Behold, the bridegroom comes; go you out to meet him" (Matthew 25:6).
Hindi Best Christian Movie | "मेरे काम में दखल मत दीजिए" | The Spiritual Awakening of Christians
ली छींगशिंग चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारक हैं, और अनेक वर्षों से प्रभु में आस्थावान रही हैं। वे हमेशा उत्साह के साथ सुसमाचार के प्रचार का प्रभु का कार्य करती हैं, वे चौकस होकर प्रभु के आने का इंतज़ार कर रही हैं ताकि वे स्वर्ग के राज्य में लायी जा सकें। हाल के वर्षों में, ली छींगशिंग ने देखा है कि विभिन्न
मसीहपंथ और कलीसिया पहले से कहीं अधिक वीरान होते जा रहे हैं। परंतु चमकती पूर्वी बिजली, चीन की कम्युनिस्ट सरकार और धार्मिक वर्गों द्वारा ज़बरदस्त निंदा और अत्याचार के बावजूद और ज़्यादा जोशपूर्ण हो गयी है। अलग-अलग सम्प्रदायों और पंथों की ज़्यादा-से-ज्यादा अच्छी भेड़ों और प्रधान भेड़ों ने चमकती पूर्वी बिजली को स्वीकार कर लिया है। इससे ली छींगशिंग का ध्यान थोड़ा आत्मचिंतन की ओर जाता है।
Welcome the Second Coming of Christ | Best Hindi Christian Movie "मायाजाल को तोड़ दो" (Hindi Dubbed)
फू जिंहुआ चीन के एक गृह कलीसिया की एक वरिष्ठ सदस्य थी। अनेक ईसाईयों के समान, उसने उत्साहपूर्वक स्वयं को परमेश्वर को समर्पित कर दिया था, और उसके लिए उसने कड़ी मेहनत की थी। वह विशेष रूप से आत्मविश्वास से भरपूर थी, और स्वयं को ऐसे व्यक्ति के रूप में समझती थी जो वास्तव में प्रभु से प्रेम करता था। अनेक वर्षों तक प्रभु का अनुसरण करने के उपरांत, वह सम्पूर्ण हृदय से मानने लगी थी कि बाइबल परमेश्वर से प्रेरित है और बाइबल में वर्णित सभी वचन परमेश्वर के वचन हैं। इसलिए, अपने मन में, वो बाइबल में विश्वास करने को प्रभु में विश्वास करना समझती थी। उसने सोचा कि जो लोग बाइबल द्वारा बताये गये मार्ग से विमुख हो चुके हैं, उन्हें प्रभु का अनुयायी नहीं कहा जा सकता था।
God’s Warning in the Last Days | Hindi Christian Movie | "शहर परास्त किया जाएगा" (Hindi Dubbed)
चेंग हुईज़ चीन के एक घरेलू कलीसिया में एक सह-कार्यकर्ता हैI उन्होंने कई वर्षों से प्रभु पर विश्वास किया है, और अटूट उत्साह के साथ प्रभु के लिए कार्य किया हैI वह कलीसिया के लिए कई जिम्मेदारियां उठाती है, और उनमे अपने भाईओं और बहनों के लिए करुणा हैI जैसे कि उनका कलीसिया हर गुजरते दिन के साथ और उजाड़ हो गया था, उनके कलीसिया में दुष्टता दिन पर दिन लगातार बढ़ती जा रही थीI पादरी ने उत्साहपूर्वक प्रस्ताव दिया कि कलीसिया को कारखाना शुरू करना चाहिये, और अनुयायियों को धन के रास्ते की तरफ ले गए, और उन्हें त्रि-स्वतः कलीसिया में शामिल होने के लिए लुभाया ताकि वे चीनी कम्युनिस्ट सरकार की सहायता पर भरोसा कर सकेंI इसके कारण एक भयंकर बहस पैदा हुईI
Hindi Christian Movie "बदलाव की घड़ी" | How to Be Raptured Into the Kingdom of Heaven (Hindi Dubbed)
सू मिंग्यू मुख्य-भूमि चीन में एक गृह कलीसिया में उपदेशिका हैं। वर्षों से वे प्रभु की धर्मनिष्ठ सेविका रही हैं, जो प्रभु के लिए उपदेश देने का कार्य करती हैं और कलीसिया के कार्य का भार उठाने पर ज़ोर देती हैं। वे बाइबल में पौलुस के कथन पर चलती हैं, यह समझते हुए कि केवल प्रभु में विश्वास कर लेने मात्र से धार्मिक कहलाया जा सकता है और अनुग्रह द्वारा रक्षा मिल सकती है। हालांकि मनुष्य अब भी निरंतर पाप करता है, परंतु उसके पाप प्रभु द्वारा क्षमा किये जा चुके हैं, और प्रभु के लौटने पर उसकी छवि उसी पल बदल कर पवित्र कर दी जायेगी उसे स्वर्ग के राज्य में आरोहित कर लिया जाएगा।
"प्रतीक्षारत"(2) – चतुर कुंवारी "सच्चे मसीह" और "झूठे मसीहों" के बीच अन्तर कर सकती है
प्रभु के दूसरे आगमन का सामना होने पर, क्या आप झूठे मसीहों से इतने भयभीत हो जाएंगे कि आप अपनी रक्षा के लिए द्वार ही बंद कर लेंगे और प्रभु के प्रकटन की प्रतीक्षा करेंगे, या आप चतुर कुंवारी की तरह आचरण करेंगे, और परमेश्वर की वाणी पर ध्यान देंगे और प्रभु की वापसी का अभिनंदन करेंगे? इस वीडियो में आपको यह बताया जाएगा कि प्रभु के दूसरे आगमन का स्वागत कैसे करें।
"प्रतीक्षारत"(1) – प्रभु के दूसरे आगमन के लिए हमें कैसे देखनी और प्रतीक्षा करनी चाहिए?
जब प्रभु दूसरी बार आएंगे तो क्या वे बादलों से अवतरित होंगे, या क्या वे एक चोर की तरह चुपके से आएंगे? आप प्रभु के दूसरे आगमन का सामना कैसे करेंगे? क्या आप किसी झूठे मसीह द्वारा बहकाए जाने को लेकर इतने अधिक भयभीत रहेंगे कि ’उनकी’ तलाश करने से ही अस्वीकार कर देंगे, या फिर आप एक चतुर कुंवारी की तरह आचरण करेंगे और परमेश्वर की वाणी पर सावधानीपूर्वक ध्यान देंगे? हमें किस तरह “देखनी और प्रतीक्षा करनी” चाहिए कि प्रभु का आगमन होने पर हम उनका स्वागत कर सकेंगे? देखिए यह संक्षिप्त वीडियो!
प्रभु यीशुने स्वर्ग के साम्राज्य के रहस्यों को प्रकट किया, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर मानवजाति के बारे में परमेश्वर के 6,000-वर्षीय प्रबंधन के सभी रहस्यों को उजागर करने आए! सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने जिन रहस्यों को ज्ञात कराया है उन्हें देखते हुए क्या आप यह महसूस कर सकते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु के दूसरे आगमन हैं? यह मूवी क्लिप देखें!
Hindi Gospel Movie "प्रतीक्षारत" | The Lord Jesus Christ Has Appeared to Do His Work (Hindi Dubbed)
यांग हूएन चीन में एक हाउस चर्च के एक पादरी हैं। अपने पिता यांग शोडाऊ के साथ, उन्होंने प्रभु यीशु के बादलों से उतर कर आने और उन्हें स्वर्ग के साम्राज्य में ले जाए जाने की प्रतीक्षा की है। इसके लिए, उन्होंने बड़ी मेहनत से प्रभु के लिए कार्य किया है, उसके नाम का दामन थामा है, और यह विश्वास किया है कि जो कोई भी बादलों से उतरकर न आने वाला प्रभु यीशु है, वह झूठा मसीह है।
Hindi Gospel Movie "प्रतीक्षारत" | The Lord JesusChrist Has Appeared to Do His Work (Hindi Dubbed)
यांग हूएन चीन में एक हाउस चर्च के एक पादरी हैं। अपने पिता यांग शोडाऊ के साथ, उन्होंने प्रभु यीशु के बादलों से उतर कर आने और उन्हें स्वर्ग के साम्राज्य में ले जाए जाने की प्रतीक्षा की है। इसके लिए, उन्होंने बड़ी मेहनत से प्रभु के लिए कार्य किया है, उसके नाम का दामन थामा है, और यह विश्वास किया है कि जो कोई भी बादलों से उतरकर न आने वाला प्रभु यीशु है, वह झूठा मसीह है। इसलिए, जब उन्होंने प्रभु के दूसरे अवतरण के बारे में सुना, तो उन्होंने न उसपर ध्यान दिया और न ही उसे स्वीकार किया। उन्होंने सोचा कि देखना और प्रतीक्षा करना ही सबसे अच्छा रहेगा। .... जब वे निष्क्रिय होकर प्रतीक्षा कर रहे थे. तो यांग हूएन की चचेरी बहन ली जियायिन ने अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार कर लिया, और उन तक सुसमाचार का प्रसार किया। कुछ गहन विचार-विमर्श के बाद, यांग हूएन अंततः 'देखने और प्रतीक्षा करने' का सही अर्थ समझ गया, और अब वह यह जान सका कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन सत्य हैं, मार्ग हैं, जीवन हैं, और यह प्रभु की ही वाणी है, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही प्रभु यीशु के वह दूसरे आगमन हैं जिसकी प्रतीक्षा वे इतने सारे वर्षों से करते आ रहे थे ....
Hindi Gospel Movie | भक्ति का भेद | How Will Jesus Christ Come Back? (Hindi Dubbed)
लिन बोएन चीन के गृह कलीसिया में एक एल्डर थे। एक विश्वासी के रूप में अपने सभी वर्षों के दौरान, प्रभु के लिए कष्ट उठाना अपना सौभाग्य समझते थे, और वे प्रभु यीशु मसीह के ज्ञान और सिद्धि को दुनिया की किसी भी अन्य चीज़ से ज़्यादा महत्व देते थे। एक सौभाग्यशाली दिन, वे धर्मोपदेश देने गए थे जब उन्हें कुछ हैरान करने वाले समाचार सुनाई दिए: प्रभु यीशु शरीर रूप में लौट आये हैं, और वे अंत के दिनों के मसीह -- सर्वशक्तिमान परमेश्वर हैं! लिन बोएन उलझ गए। जब प्रभु लौटते हैं, उनके बादलों से उतारकर आने की उम्मीद की जाती है, तो फिर वे स्वयं देहधारण क्यों करेंगे और गुप्त रूप से अपना कार्य क्यों करेंगे? परमेश्वर के देहधारण के पीछे क्या रहस्य छिपे हुए थे? अगर प्रभु सचमुच लौट आये हैं, तो हमार स्वर्गारोहण क्यों नहीं किया गया है? ... लिन बोएन और उसके सहकर्मियों तथा सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के उपदेशकों के बीच एक तीव्र बहस शुरू होती है ... क्या वे अंततः यह समझ पाने में सक्षम होंगे कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु की वापसी हैं, देह रूप में परमेश्वर का प्रकटन हैं?
सू मिंग्यू मुख्य-भूमि चीन में एक गृह कलीसिया में उपदेशिका हैं। वर्षों से वे प्रभु की धर्मनिष्ठ सेविका रही हैं, जो प्रभु के लिए उपदेश देने का कार्य करती हैं और कलीसिया के कार्य का भार उठाने पर ज़ोर देती हैं। वे बाइबल में पौलुस के कथन पर चलती हैं, यह समझते हुए कि केवल प्रभु में विश्वास कर लेने मात्र से धार्मिक कहलाया जा सकता है और अनुग्रह द्वारा रक्षा मिल सकती है। हालांकि मनुष्य अब भी निरंतर पाप करता है, परंतु उसके पाप प्रभु द्वारा क्षमा किये जा चुके हैं, और प्रभु के लौटने पर उसकी छवि उसी पल बदल कर पवित्र कर दी जायेगी उसे स्वर्ग के राज्य में आरोहित कर लिया जाएगा। परंतु, हाल के वर्षों में कलीसिया अधिक-से-अधिक उजाड़ हो गयी है, विश्वासी सामान्यत: नकारात्मक और कमजोर हो गए हैं, उनकी श्रद्धा और प्रेम ठंडे पड़ चुके हैं। कुछ सह-कार्यकर्ता प्रभु के वचन पर चलते हैं: “जो मुझ से, ‘हे प्रभु! हे प्रभु !’ कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।” वे इस धारणा पर प्रश्न करते हैं कि “जब प्रभु लौटेंगे, तो वे उसी पल मनुष्य की छवि बदल देंगे और उसे स्वर्ग के राज्य में आरोहित कर लेंगे।” वे समझते हैं कि चूंकि हम अब भी निरंतर पाप करते हैं, पवित्रता पाने में बहुत अधिक असफल हैं, और परमेश्वर की इच्छा की अवज्ञा करते हैं, तो प्रभु के आने पर हमें स्वर्ग के राज्य में कैसे आरोहित किया जाएगा? चर्चा और वाद-विवाद के बाद, सू मिंग्यू समझती हैं कि प्रभु के वचन और प्रभु के आने पर उसी पल मनुष्य की छवि बदल देने के पौलुस के विचार में थोड़े विरोधाभास हैं। आखिर कौन-सा विचार सही है? सु मिज्ञू हृदय से दुविधा और उलझन में हैं। अपनी व्यावहारिक उलझन को सुलझाने के लिए, ताकि प्रभु उन्हें त्याग न दें, पवित्र आत्मा के कार्य वाली कलीसिया को ढूँढने के क्रम में, सू मिंग्यू चमकती पूर्वी बिजली का अध्ययन करने का फैसला करती हैं। सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के उपदेशकों के साथ चर्चा और वाद-विवाद करके, सू मिंग्यू और दूसरे लोग अंतत: स्वर्ग के राज्य में प्रवेश के एकमात्र मार्ग को समझ पाते हैं ...
सॉन्ग येमयोंग दक्षिण कोरिया की एक कलीसिया के पादरी हैं। अनेक वर्षों तक प्रभु के एक धर्मनिष्ठ अनुयायी के रूप में, वे प्रभु के लौटने पर स्वर्ग के राज्य में आरोहण की प्रतीक्षा करते हुए पूरे मन से अपने विश्वास का अनुसरण और प्रभु के लिए कार्य कर रहे हैं। हाल के वर्षों में, कलीसिया में पवित्र आत्मा के कार्य की अनुपस्थिति और उसके उत्तोरत्तर उजाड़ होने को देख कर वे बहुत परेशान और लाचार अनुभव करते रहे हैं। उस समय उन्होंने चीन में उभरते, चमकती पूर्वी बिजली नामक एक संप्रदाय के बारे में सुना, जो सत्य व्यक्त कर अंत के दिनों में न्याय कार्य कर रहे सर्वशक्तिमान परमेश्वर - प्रभु यीशु के लौटने की गवाही देता है। इस प्रकार, सॉन्ग येमयोंग और उपदेशक चॉय शेंजेन, चमकती पूर्वी बिजली का अध्ययन करने हेतु चीन की यात्रा पर गये, जहां उन्होंने अंतत: सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ा, और पाया कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के सभी वचन सत्य हैं, परमेश्वर की वाणी हैं! सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही संभवत: वापस लौटे हुए प्रभु यीशु हैं! फिर भी, जब वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य का अध्ययन कर रहे थे, धार्मिक एल्डर्स ने उनके साथ गद्दारी कर पुलिस को मुखबिरी कर दी। उन दोनों को चीन की साम्यवादी पुलिस ने गिरफ्तार कर निर्वासित कर दिया। दक्षिण कोरिया लौट कर, सॉन्ग येमयोंग विशेष रूप से दुखी और खोये हुए थे। वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया से संपर्क साधने के तरीके सोचने लगे। अचानक एक दिन, इंटरनेट पर उन्हें सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की कोरियाई वेबसाइट का पता चला, जिससे उन्हें ज्ञात हुआ कि चमकती पूर्वी बिजली दक्षिण कोरिया तक फैल कर सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की स्थापना कर चुकी है! प्रफुल्लित और रोमांचित हो कर, सॉन्ग येमयोंग ने अपनी कलीसिया के सभी भाई-बहनों की, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कलीसिया में सच्चे मार्ग का अध्ययन करने के लिए अगुवाई की। उन सबने पक्का विश्वास कर लिया कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही लौटे हुए प्रभु यीशु हैं। उन्होंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंत के दिनों के कार्य को खुशी से स्वीकार किया और स्वर्ग के राज्य का मार्ग पाया। उनके पास अंतत: स्वर्ग के राज्य का उनका स्वयं का सपना साकार करने का अवसर है।
लियू झिझोंग चीन में एक स्थानीय कलीसिया के एल्डर हैं। वह 30 वर्षों से भी अधिक समय से एक विश्वासी रहे हैं, और उन्होंने निरंतर विश्वास किया है कि "बाइबल परमेश्वर से प्रेरित है," "बाइबल परमेश्वर का प्रतिनिधित्व करती है, परमेश्वर में विश्वास करना बाइबल में विश्वास करना है, बाइबलमें विश्वास करना परमेश्वर में विश्वास करना है।" उनके हृदय में बाइबल सर्वोपरि है। बाइबिल में अपनी गहरी श्रद्धा और अटूट विश्वास के कारण, उन्होंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंतिम दिनों के कार्य को देखने या समझने की मांग नहीं की है। एक दिन, जब उन्होंने विश्वासियों को सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को ऑनलाइन पढ़ने से रोक दिया, तो उनका सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कलीसिया के उपदेशकों के साथ आमना-सामना हो गया। सत्य के बारे में गंभीर बहस के बाद, क्या वह अंततः बाइबल और परमेश्वर के बीच के रिश्ते को स्पष्ट रूप से देखने में सक्षम थे? क्या वह बाइबल से हटकर यह समझने में सक्षम थे कि यीशु ही सत्य, मार्ग और जीवन है? क्या वह परमेश्वर के सामने स्वर्गारोहण किए जाएंगे?
Hindi Gospel Movie | Do You Know the Relationship Between the Bible and God? | "मेरा प्रभु कौन है?"
लियू झिझोंग चीन में एक स्थानीय कलीसिया के एल्डर हैं। वह 30 वर्षों से भी अधिक समय से एक विश्वासी रहे हैं, और उन्होंने निरंतर विश्वास किया है कि "बाइबल परमेश्वर से प्रेरित है," "बाइबल परमेश्वर का प्रतिनिधित्व करती है, परमेश्वर में विश्वास करना बाइबल में विश्वास करना है, बाइबलमें विश्वास करना परमेश्वर में विश्वास करना है।" उनके हृदय में बाइबल सर्वोपरि है। बाइबिल में अपनी गहरी श्रद्धा और अटूट विश्वास के कारण, उन्होंने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अंतिम दिनों के कार्य को देखने या समझने की मांग नहीं की है। एक दिन, जब उन्होंने विश्वासियों को सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को ऑनलाइन पढ़ने से रोक दिया, तो उनका सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कलीसिया के उपदेशकों के साथ आमना-सामना हो गया। सत्य के बारे में गंभीर बहस के बाद, क्या वह अंततः बाइबल और परमेश्वर के बीच के रिश्ते को स्पष्ट रूप से देखने में सक्षम थे? क्या वह बाइबल से हटकर यह समझने में सक्षम थे कि यीशु ही सत्य, मार्ग और जीवन है? क्या वह परमेश्वर के सामने स्वर्गारोहण किए जाएंगे?
The True Meaning of Faith in God | Hindi Gospel Movie | "परमेश्वर में आस्था" (Hindi Dubbed)
यू कोंगगुआंग सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कलीसिया के लिए सुसमाचार देता है। सुसमाचार देते समय चीन की साम्यवादी सरकार उसके पीछे लगी रहती थी। वह पहाड़ों में भाग गया, जहाँ उसे स्थानीय गृह कलीसिया के एक सहकर्मी, झेंग सुन से मदद मिली। जब वे पहली बार एक दूसरे से मिले, उन्हें ऐसा लगा कि वे पहले ही बहुत समय से एक दूसरे को जानते हैं। झेंग सुन, यू कोंगगुआंग को एक फूस की झोपड़ी में ले गए जहाँ वह और उनके सह-कर्मी इकट्ठे हुए। वहाँ झेंग सुन और उसके सह-कर्मियों के बीच इस बात पर चर्चा शुरू हुई कि क्या परमेश्वर में विश्वास करने वालों को सत्ता के लोगों की आज्ञा माननी चाहिए या नहीं। यू कोंगगुआंग ने इस मुद्दे के प्रकाश में सहभागिता करी और उनके भ्रम को दूर कर दिया। यू कोंगगुआंग की सहभागिता उनके लिए बहुत सहायक रही, और उन सभी ने अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य के बारे में खोजना और अध्ययन करना शुरू किया। यद्यपि, जब स्थानीय कलीसिया के एल्डर सन को मालूम पड़ा कि यू कोंगगुआंग सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के एक गवाह हैं, उसने कलीसिया की घेराबन्दी करने और सदस्यों को सत्य का मार्ग तलाशने से रोकने के लिए जो भी संभव था वह किया। सन, यू कोङ्ग्गुयांग को घर-घर ढूंढ़ता रहा, और अपने अनुयायियों को यू के बारे में पुलिस को जानकारी देने और उसे गिरफ्तार कराने के लिए एकत्रित किया....
फू जिंहुआ चीन के एक गृह कलीसिया की एक वरिष्ठ सदस्य थी। अनेक ईसाईयों के समान, उसने उत्साहपूर्वक स्वयं को परमेश्वर को समर्पित कर दिया था, और उसके लिए उसने कड़ी मेहनत की थी। वह विशेष रूप से आत्मविश्वास से भरपूर थी, और स्वयं को ऐसे व्यक्ति के रूप में समझती थी जो वास्तव में प्रभु से प्रेम करता था। अनेक वर्षों तक प्रभु का अनुसरण करने के उपरांत, वह सम्पूर्ण हृदय से मानने लगी थी कि बाइबल परमेश्वर से प्रेरित है और बाइबल में वर्णित सभी वचन परमेश्वर के वचन हैं। इसलिए, अपने मन में, वो बाइबल में विश्वास करने को प्रभु में विश्वास करना समझती थी। उसने सोचा कि जो लोग बाइबल द्वारा बताये गये मार्ग से विमुख हो चुके हैं, उन्हें प्रभु का अनुयायी नहीं कहा जा सकता था। वह यह भी मानती थी कि जब प्रभु बादलों के साथ उतरेंगे, तब स्वर्ग के राज्य में स्वर्गाराहित होने के लिए उसे सिर्फ बाइबल पर अवलंबित रहना चाहिए। इसलिए जब लोगों के एक समूह ने अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्यों के बारे में गवाही देना शुरू किया, तब फू जिंहुआ धार्मिक पादरियों और एल्डर्स (गुरूजनों) की गलत धारणाओं में विश्वास रखती थी, और इससे अधिक उसने कभी भी इन बातों की जांच करने का प्रयास नहीं किया।