परमेश्वर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
परमेश्वर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

2019/06/24

परमेश्वर उन्हें आशीष देता है जो ईमानदार हैं



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • परमेश्वर उन्हें आशीष देता है जो ईमानदार हैं
  •  I
  • जब तुम ईश्वर को देते हो दिल और उसे धोखा नहीं देते हो,
  • जब तुम खुद से ऊँचे या नीचे लोगों को कभी नहीं छलते हो,
  • जब ईश्वर के प्रति साफ़दिल हो सब चीज़ों में,
  • जब तुम ईश्वर की चापलूसी वाले काम न करो,
  • है ये बनना ईमानदार।
  • ईमानदारी है अपने कार्यों और वचनों से अशुद्धि को दूर रखना,
  • और न ईश्वर न लोगों को ठगना।

2019/06/23

परमेश्वर की एकमात्र ख़्वाहिश धरती पर



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • परमेश्वर की एकमात्र ख़्वाहिश धरती पर
  •  
  • देहधारण किया है परमेश्वर ने इस बार,
  • निमंत्रण पर
  • इंसान के हालात को देखकर,
  • आपूर्ति करने इंसान को उसकी, जिसकी उसे ज़रूरत है।
  • I
  • आ रहा है वो हर इंसान को,
  • चाहे इंसान की काबिलियत या परवरिश कुछ भी हो,
  • परमेश्वर के वचन दिखाने,
  • उनमें परमेश्वर के अस्तित्व और
  • परमेश्वर की अभिव्यक्ति को दिखाने,
  • वचनों से परमेश्वर की पूर्णता को स्वीकार कराने।
  • उम्मीद है परमेश्वर को
  • बदलेगा विचार और धारणाएँ इंसान अपनी,
  • ताकि बस जाए मज़बूती से परमेश्वर का सच्चा चेहरा
  • इंसान के दिल की गहराइयों में।

2019/06/20

सम्राट की तरह शासन करता है सर्वशक्तिमान परमेश्वर



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • सम्राट की तरह शासन करता है सर्वशक्तिमान परमेश्वर
  •  I
  • कितना सुंदर! उसके कदम हैं ज़ैतून के पर्वत पर।
  • सुनो, मिलकर गाते ऊँचे सुर में हम पहरेदार,
  • लौट आया सिय्योन में परमेश्वर
  • देख चुके हम यरूशलेम का सूनापन!
  • मिलकर गाएँ, गाएँ ख़ुशी से हम अब,
  • परमेश्वर ने हमें आराम दिया और यरूशलेम का उद्धार किया।
  • दिखलाता पवित्र भुजा अपनी परमेश्वर सकल देशों के सम्मुख,
  • सच में जैसा है वैसा दिखता परमेश्वर।
  • देखते परमेश्वर द्वारा उद्धार लोग सारे धरती पर।

2019/06/07

तुम्हें परमेश्वर के कार्य और मनुष्य के कार्य में कैसे विभेद करना चाहिए?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
अनुग्रह के युग में, यीशु ने भी काफ़ी बातचीत की और काफ़ी कार्य किया। वह यशायाह से किस प्रकार भिन्न था? वह दानिय्येल से किस प्रकार भिन्न था? क्या वह कोई भविष्यद्वक्ता था? ऐसा क्यों कहा जाता है कि वह मसीहा है? उनके मध्य क्या भिन्न्ताएँ हैं? वे सभी मनुष्य थे जिन्होंने वचन बोले थे, और मनुष्य को उनके वचन लगभग एक से प्रतीत होते थे। उन सभी ने बातें की और कार्य किए। पुराने विधान के भविष्यवद्क्ताओं ने भविष्यवाणियाँ की, और उसी तरह से, यीशु भी वैसा ही कर सका।

2018/09/01

पच्चीसवाँ कथन

परमेश्वर.मसीह, यीशु, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन

                सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—पच्चीसवाँ कथन

समय गुज़रा, और पलक झपकते ही आज का दिन आ गया है। मेरे आत्मा के मार्गदर्शन में, सभी लोग मेरे प्रकाश के बीच में रहते हैं, और कोई भी अतीत के बारे में अब और नहीं सोचता है या बीते कल पर अब और ध्यान नहीं देता है। कौन वर्तमान दिन में कभी नहीं रहा है? किसने राज्य में खुबसूरत दिनों और महिनों को नहीं बिताया है? कौन सूर्य के नीचे नहीं रहा है? यद्यपि, राज्य लोगों के बीच उतर चुका है, फिर भी किसी ने भी वास्तव में उसकी गर्मी को महसूस नहीं किया है; मनुष्य इसके सार को नहीं समझते हुए इसे केवल बाहरी तौर पर ही समझता है। जब मेरा राज्य आकार लेता है उस दौरान, कौन उसकी वजह से खुश नहीं होता है?

2018/08/30

मार्ग... (5)

          सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—मार्ग... (5)
ऐसा हुआ करता था कि कोई भी पवित्र आत्मा को नहीं जानता था, और विशेष रूप से उन्हें नहीं पता होता था कि पवित्र आत्मा का मार्ग क्या है। यही कारण है कि लोग हमेशा परमेश्वर के सामने स्वयं मूर्ख बन जाते थे। यह कहा जा सकता है कि लगभग सभी लोग जो परमेश्वर पर विश्वास करते हैं, पवित्रात्मा को नहीं जानते हैं, बल्कि केवल एक भ्रमित प्रकार का विश्वास करते हैं। इससे यह स्पष्ट है कि लोग परमेश्वर को नहीं समझते हैं, और भले ही वे कहते हों कि वे उस पर विश्वास करते हो, इसके सार के संदर्भ में, अपनी क्रियाओं के आधार पर वे स्वयं पर विश्वास करते हैं, परमेश्वर पर नहीं। अपने व्यक्तिगत वास्तविक अनुभव से, मैं देख सकता हूँ कि परमेश्वर देहधारी परमेश्वर की गवाही देता है, और बाहर से, सभी लोगों को उसकी गवाही को स्वीकार करने के लिए बाध्य किया जाता है, और यह केवल इतना ही कहा जा सकता है कि उनका मानना ​​है कि परमेश्वर का आत्मा पूरी तरह से त्रुटिहीन है।

2018/08/29

क्या त्रित्व का अस्तित्व है?

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—क्या त्रित्व का अस्तित्व है?

यीशु के देहधारी होने के सत्य के विकसित होने के बाद ही मनुष्य इस बात को महसूस कर पाया: यह न केवल स्वर्ग का परमेश्वर है, बल्कि यह पुत्र भी है, और यहां तक कि वह आत्मा भी है। यह पारम्परिक धारणा है जिसे मनुष्य धारण किए हुए है, कि एक ऐसा परमेश्वर है जो स्वर्ग में हैः एक त्रित्व जो पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा है, और ये सभी एक में हैं। सभी मानवों की यही धारणाएं हैं: परमेश्वर केवल एक ही परमेश्वर है, परन्तु उसके तीन भाग हैं, जिसे कष्टदायक रूप से पारंपरिक धारणा में दृढ़ता से जकड़े सभी लोग पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा मानते हैं।

2018/08/28

आज परमेश्वर के कार्य को जानना

यीशु, परमेश्वर, परमेश्वर को जानना, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—आज परमेश्वर के कार्य को     जानना

इन दिनों में परमेश्वर के कार्यों को जानना, अधिकांशतः, अंत के दिनों के देहधारी परमेश्वर को जानना है, यह जानना है कि उसकी मुख्य सेवकाई क्या है और पृथ्वी पर वह क्या करने के लिए आया है। मैंने पहले अपने वचनों में उल्लेख किया था कि प्रस्थान से पहले हमारे सामने एक उदाहरण स्थापित करने के लिए परमेश्वर पृथ्वी पर (अंत के दिनों के दौरान) आया है। परमेश्वर किस प्रकार यह उदाहरण स्थापित करता है? वचनों को बोलने के द्वारा, सम्पूर्ण देश में कार्य करने और बोलने के द्वारा।

2018/08/27

वास्तविकता को कैसे जानें

परमेश्वर, यीशु, व्यावहारिक परमेश्वर, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन

परमेश्वर वास्तविकता का परमेश्वर है: उसका समस्त कार्य वास्तविक है, सभी वचन जिन्हें वह कहता है वास्तविक हैं, और सभी सच्चाईयाँ जिन्हें वह व्यक्त करता है वास्तविक हैं। हर चीज़ जो उसके वचन नहीं हैं वे खोखले, अस्तित्वहीन, और अनुचित हैं। आज, पवित्र आत्मा परमेश्वर के वचनों में लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए है। यदि लोगों को वास्तविकता में प्रवेश की खोज करनी है, तो उन्हें अवश्य वास्तविकता को ढूँढ़ना, और वास्तविकता को जानना चाहिए, जिसके बाद उन्हें अवश्य वास्तविकता का अनुभव करना चाहिए, और वास्तविकता को जीना चाहिए।

2018/08/26

छुटकारे के युग में कार्य के पीछे की सच्ची कहानी

यीशु, परमेश्वर, उद्धार, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—छुटकारे के युग में कार्य के पीछे की सच्ची कहानी
मेरी सम्पूर्ण प्रबन्धन योजना, ऐसी योजना जो छः हज़ार सालों तक फैली हुई है, तीन चरणों या तीन युगों को शामिल करती हैः आरंभ में व्यवस्था का युग; अनुग्रह का युग (जो छुटकारे का युग भी है); और अंत के दिनों में राज्य का युग। प्रत्येक युग की प्रकृति के अनुसार मेरा कार्य इन तीनों युगों में तत्वतः अलग-अलग है, परन्तु प्रत्येक चरण में यह मनुष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप है—या बल्कि, अधिक स्पष्ट कहें तो, यह उन छलकपटों के अनुसार किया जाता है जो शैतान उस युद्ध में काम में लाता है जो मैं उसके विरुद्ध शुरू करता हूँ। मेरे कार्य का उद्धेश्य शैतान को हराना, अपनी बुद्धि और सर्वशक्तिमत्ता को व्यक्त करना, शैतान के सभी छलकपटों को उजागर करना और परिणामस्वरूप समस्त मानवजाति को बचाना है, जो उसके अधिकार क्षेत्र के अधीन रहती है।

2018/08/25

उन्तीसवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—उन्तीसवाँ कथन
जिस दिन सभी चीज़ें पुनर्जीवित हुईं थीं, मैं मनुष्यों के बीच आया, और मैंने उसके साथ अद्भुत दिन और रात बिताये हैं। केवल इस अवसर पर ही मनुष्य मेरी सुलभता को थोड़ा सा समझता है, और जैसे-जैसे मेरे साथ उसकी अंतःक्रिया बार-बार होने लगती है, तो वह जो मेरे पास है और जो मैं हूँ उसमें से थोड़ा सा देखता है—और परिणामस्वरूप, उसे मेरे बारे में कुछ ज्ञान प्राप्त हो जाता है। सभी लोगों के बीच, मैं अपना सिर उठाता हूँ और देखता हूँ, और वे सभी मुझे देखते हैं।

2018/08/24

सोलहवाँ कथन

यीशु, परमेश्वर, मसीह, विश्वास, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—सोलहवाँ कथन
ऐसा बहुत कुछ है जो मैं मनुष्य से कहना चाहता हूँ, बहुत सी चीजें हैं जो मुझे उसे अवश्य बतानी चाहिए। परन्तु मनुष्य में स्वीकृति की योग्यताओं का अत्यधिक अभाव हैः मेरे वचनों को, जिस अनुसार मैं प्रदान करता हूँ, उस अनुसार समझने में पूरी तरह से अक्षम है, और केवल एक ही पहलू को वह समझता है किन्तु दूसरे के प्रति अनभिज्ञ रहता है। फिर भी, मैं मनुष्य को उसकी शक्तिहीनता की वजह से मृत्यु नहीं देता हूँ, न ही मैं उसकी कमज़ोरी से व्यथित हूँ।

2018/08/23

सोलहवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर, यीशु, परमेश्वर, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—सोलहवाँ कथन
ऐसा बहुत कुछ है जो मैं मनुष्य से कहना चाहता हूँ, बहुत सी चीजें हैं जो मुझे उसे अवश्य बतानी चाहिए। परन्तु मनुष्य में स्वीकृति की योग्यताओं का अत्यधिक अभाव हैः मेरे वचनों को, जिस अनुसार मैं प्रदान करता हूँ, उस अनुसार समझने में पूरी तरह से अक्षम है, और केवल एक ही पहलू को वह समझता है किन्तु दूसरे के प्रति अनभिज्ञ रहता है। फिर भी, मैं मनुष्य को उसकी शक्तिहीनता की वजह से मृत्यु नहीं देता हूँ, न ही मैं उसकी कमज़ोरी से व्यथित हूँ।

2018/08/21

केवल अंतिम दिनों का मसीह ही मनुष्य को अनन्त जीवन का मार्ग दे सकता है

जीवन का मार्ग कोई साधारण चीज़ नहीं है जो चाहे कोई भी प्राप्त कर ले, न ही इसे सभी के द्वारा आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। यह इसलिए कि जीवन केवल परमेश्वर से ही आता है, कहने का अर्थ है कि केवल स्वयं परमेश्वर ही जीवन के तत्व का अधिकारी है, स्वयं परमेश्वर के बिना जीवन का मार्ग नहीं है, और इसलिए केवल परमेश्वर ही जीवन का स्रोत है, और जीवन के जल का सदा बहने वाला सोता है। जब से उसने संसार को रचा है, परमेश्वर ने बहुत सा कार्य जीवन को महत्वपूर्ण बनाने के लिये किया है, बहुत सारा कार्य मनुष्य को जीवन प्रदान करने के लिए किया है और बहुत अधिक मूल्य चुकाया है ताकि मनुष्य जीवन को प्राप्त करे, क्योंकि परमेश्वर स्वयं ही अनन्त जीवन है, और वह स्वयं ही वह मार्ग है जिससे मनुष्य नया जन्म लेता है।

2018/08/20

दसवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर, परमेश्वर, सत्य, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन-दसवाँ कथन
आखिरकार, राज्य का युग बीते हुए समयों से अलग है। मनुष्य जो कुछ करता है यह उससे संबंधित नहीं है। उसके बजाए, पृथ्वी पर उतरने के बाद मैं व्यक्तिगत रूप से अपना कार्य करता हूँ-वह कार्य जिसका मनुष्य न तो अनुमान लगा सकते हैं और जिसे न ही पूरा कर सकते हैं। संसार की सृष्टि से लेकर आज तक, इन सारे वर्षों में यह हमेशा कलीसिया के निर्माण के विषय में था, किन्तु कोई भी राज्य के निर्माण के बारे में नहीं सुनता है। यद्यपि मैं अपने मुँह से इसके विषय में बात करता हूँ, फिर भी क्या कोई है जो उसके सार तत्व को जानता है?

2018/08/19

केवल वही जो परमेश्वर को जानते हैं, उसकी गवाही दे सकते हैं

परमेश्वर, मसीह, यीशु, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—केवल वही जो परमेश्वर को जानते हैं, उसकी गवाही दे सकते हैं
यह स्वर्ग का नियम और पृथ्वी का सिद्धांत है कि परमेश्वर पर विश्वास किया जाए और उसको जाना जाए, और आज - इस युग के दौरान जब देहधारी परमेश्वर स्वयं अपना कार्य करता है - यह परमेश्वर को जानने के लिए विशेष अच्छा समय है। परमेश्वर को संतुष्ट करना उसकी इच्छा को समझने पर आधारित है, और परमेश्वर की इच्छा को जानने के लिए, परमेश्वर को अच्छी तरह से जानना आवश्यक है। परमेश्वर की यह जानकारी एक दर्शन है जो एक विश्वासी के पास होना चाहिए; यह परमेश्वर में मनुष्य के विश्वास का आधार है। यदि मनुष्य में यह ज्ञान न हो तो परमेश्वर पर उसका विश्वास अस्पष्ट होता है, और खोखले सिद्धांत में होता है।

2018/08/18

Best Hindi Christian Music 2018 | "देहधारी परमेश्वर को किसने जाना है"

Best Hindi Christian Music 2018 | "देहधारी परमेश्वर को किसने जाना है"

चूँकि हो तुम एक नागरिक परमेश्वर के घराने के, चूँकि हो तुम निष्ठावान परमेश्वर के राज्य में, फिर जो कुछ भी तुम करते हो उसे जरूर खरा उतरना चाहिए परमेश्वर के मानकों पर, उन मानकों पर उतरे खरा जो हैं अपेक्षित परमेश्वर द्वारा। परमेश्वर कहता है कि तुम ना बन जाओ एक घुमक्कड़ बादल, लेकिन कहता है कि तुम बनो बर्फ जो है चमचमाती, इसके सार और उससे बढ़कर इसके मूल्य को करो धारण।

2018/08/17

Love God Without Regrets | Hindi Christian Music Video "मुश्किल डगर पर परमेश्वर का अनुसरण करो"

Love God Without Regrets | Hindi Christian Music Video "मुश्किल डगर पर परमेश्वर का अनुसरण करो"

तुम खुद को ईश्वर के लिए व्यय करते हो, मैं खुद को उसे समर्पित करता हूँ, छोड़ा गया परिवार के द्वारा, संसार द्वारा बदनाम किया गया। ईश्वर के अनुसरण की राह बिल्कुल भी नहीं आसान। मैं अपना दिल और आत्मा लगाता हूँ ईश्वर के राज्य को बढ़ाने में। मैं विदा करता हूँ अपने जवानी के श्रेष्ठ सालों को। आने वाले सुख-दुख का मैं स्वागत करता हूँ। ईश्वर की अपेक्षाओं को संतुष्ट करने को, मैं उसकी व्यवस्था का पालन करता हूँ।

2018/08/15

Hindi Best Christian Movie | "मेरे काम में दखल मत दीजिए" | The Spiritual Awakening of Christians

Hindi Best Christian Movie | "मेरे काम में दखल मत दीजिए" | The Spiritual Awakening of Christians


ली छींगशिंग चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारक हैं, और अनेक वर्षों से प्रभु में आस्थावान रही हैं। वे हमेशा उत्साह के साथ सुसमाचार के प्रचार का प्रभु का कार्य करती हैं, वे चौकस होकर प्रभु के आने का इंतज़ार कर रही हैं ताकि वे स्वर्ग के राज्य में लायी जा सकें। हाल के वर्षों में, ली छींगशिंग ने देखा है कि विभिन्न
मसीहपंथ और कलीसिया पहले से कहीं अधिक वीरान होते जा रहे हैं। परंतु चमकती पूर्वी बिजली, चीन की कम्युनिस्ट सरकार और धार्मिक वर्गों द्वारा ज़बरदस्त निंदा और अत्याचार के बावजूद और ज़्यादा जोशपूर्ण हो गयी है। अलग-अलग सम्प्रदायों और पंथों की ज़्यादा-से-ज्यादा अच्छी भेड़ों और प्रधान भेड़ों ने चमकती पूर्वी बिजली को स्वीकार कर लिया है। इससे ली छींगशिंग का ध्यान थोड़ा आत्मचिंतन की ओर जाता है।

Hindi Christian Song | सिर्फ़ वही प्रवेश करेंगे  अंतिम विश्राम में जो हो चुके हैं पवित्र उतरी है आदम हव्वा से, लेकिन भविष्य की म...