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2019/04/24

Hindi Christian Song | वह सत्य, मार्ग और जीवन है | Only God Can Express Truths to Save Mankind

Hindi Christian Song | वह सत्य, मार्ग और जीवन है | Only God Can Express Truths to Save Mankind

जान नहीं सकता हमारा हर विचार उसके अलावा कोई, हमारी प्रकृति और सार की ऐसी समझ रख नहीं सकता उसके अलावा कोई, इंसान के विद्रोहीपन का, भ्रष्टता का न्याय कर नहीं सकता उसके अलावा कोई, कार्य कर नहीं सकता, बोल नहीं सकता स्वर्ग के परमेश्वर की ओर से उसके अलावा कोई। ये मामूली, महत्वहीन कोई, नकार दिया जिसे हमने, क्या हमारे ख़्यालों में बसा यीशु मसीह नहीं है, कामना जिसकी हम दिन-रात करते हैं? यही है वो! हमारा परमेश्वर! सत्य, मार्ग और जीवन, सत्य, मार्ग और जीवन!

2019/03/29

43. किसी व्यक्ति के अंत का निर्णय परमेश्वर किस बात पर आधारित करता है?

43. किसी व्यक्ति के अंत का निर्णय परमेश्वर किस बात पर आधारित करता है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
अब वह समय है जब मैं प्रत्येक व्यक्ति का अंत करने का निश्चय करता हूँ, उस चरण का नहीं जिस पर मैंने मनुष्यों पर कार्य आरंभ किया था। मैं अपनी अभिलेख पुस्तक में प्रत्येक व्यक्ति के वचनों और कार्यों को, एक-एक करके, और साथ ही मेरा अनुसरण करने में उनके मार्ग को, उनके अंतर्निहित अभिलक्षणों को। और उनके अंतिम प्रदर्शन को लिखता हूँ। इस तरह, किसी भी प्रकार का मनुष्य मेरे हाथ से नहीं बचेगा, और सभी अपने स्वयं के प्रकार के लोगों के साथ होंगे, जैसा मैं उन्हें नियत करूँगा।

2019/03/03

13. सच्चाई को समझने और सिद्धांत को समझने में क्या अंतर है?



13. सच्चाई को समझने और सिद्धांत को समझने में क्या अंतर है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
परमेश्वर के वचन के वास्तविक अर्थ की वास्तविक समझ पाना कोई आसान बात नहीं है। यह मत सोचो कि तुम परमेश्वर के वचनों के शाब्दिक अर्थ की व्याख्या सकते हो, और हर कोई कह देगा कि तुम्हारी व्याख्या अच्छी है और तुम्हारी प्रशंसा करेगा, तो इसका मतलब है कि तुम परमेश्वर के वचन समझते हो। यह परमेश्वर के वचन को समझने के समान नहीं है। यदि तुमने परमेश्वर के वचन के भीतर से कुछ प्रकाश प्राप्त किया है और तुमने परमेश्वर के वचन का वास्तविक अर्थ जान लिया है, यदि तुम बता पाते हो कि परमेश्वर के वचन का क्या महत्व है और इसका अंतिम प्रभाव क्या होता है, केवल जब यह सब स्पष्ट हो जाता है, तब ही तुम परमेश्वर के वचनों की कुछ समझ प्राप्त कर पाते हो। तो, परमेश्वर के वचन समझना इतना आसान नहीं है।

2018/11/28

1. मसीह के दिव्य तत्व को कोई कैसे जान सकता है?

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन, अवतरण, मसीह, सत्य

IX. मसीह स्वयं परमेश्वर की ही अभिव्यक्ति है, इस बारे में हर किसी को स्पष्ट रूप से सहभागिता करनी चाहिए

1. मसीह के दिव्य तत्व को कोई कैसे जान सकता है?
संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"यीशु ने उससे कहा, 'मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूँ' 'ये बातें जो मैं तुम से कहता हूँ, अपनी ओर से नहीं कहता, परन्तु पिता मुझ में रहकर अपने काम करता है। मेरा विश्‍वास करो कि मैं पिता में हूँ और पिता मुझ में है; नहीं तो कामों ही के कारण मेरा विश्‍वास करो'" (यूहन्ना 14:6, 10-11)।
परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
ऐसी बात का अध्ययन करना कठिन नहीं है, परंतु हम में से प्रत्येक के लिए इस सत्य को जानने की अपेक्षा की जाती है: जो देहधारी परमेश्वर है, वह परमेश्वर का सार धारण करेगा, और जो देहधारी परमेश्वर है, वह परमेश्वर की अभिव्यक्ति धारण करेगा। चूँकि परमेश्वर देहधारी हुआ, वह उस कार्य को प्रकट करेगा जो उसे अवश्य करना चाहिए, और चूँकि परमेश्वर ने देह धारण किया, तो वह उसे अभिव्यक्त करेगा जो वह है, और मनुष्यों के लिए सत्य को लाने के समर्थ होगा, मनुष्यों को जीवन प्रदान करने, और मनुष्य को मार्ग दिखाने में सक्षम होगा।

2018/10/25

I. परमेश्वर के देह-धारण से सम्बंधित सत्य के पहलू पर हर किसी को गवाही देनी चाहिए

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन, अवतरण, मसीह, सत्य

I. परमेश्वर के देह-धारण से सम्बंधित सत्य के पहलू पर हर किसी को गवाही देनी चाहिए



3. देह-धारी परमेश्वर के कार्य और आत्मा के कार्य के बीच क्या अंतर है?
संदर्भ के लिए बाइबल के पद:
"मूसा ने कहा, "मुझे अपना तेज दिखा दे। उसने कहा, … तू मेरे मुख का दर्शन नहीं कर सकता; क्योंकि मनुष्य मेरे मुख का दर्शन करके जीवित नहीं रह सकता" (निर्गमन 33:18-20).
"और यहोवा सीनै पर्वत की चोटी पर उतरा; और मूसा को पर्वत की चोटी पर बुलाया, और मूसा ऊपर चढ़ गया। तब यहोवा ने मूसा से कहा, "नीचे उतर के लोगों को चेतावनी दे, कहीं ऐसा न हो कि वे बाड़ा तोड़ के यहोवा के पास देखने को घुसें, और उनमें से बहुत से नष्‍ट हो जाएँ" (निर्गमन 19:20-21)।
"सब लोग गर्जन और बिजली और नरसिंगे के शब्द सुनते, और धूआँ उठते हुए पर्वत को देखते रहे, और देख के, काँपकर दूर खड़े हो गए; 19और वे मूसा से कहने लगे, "तू ही हम से बातें कर, तब तो हम सुन सकेंगे; परन्तु परमेश्‍वर हम से बातें न करे, ऐसा न हो कि हम मर जाएँ" (निर्गमन 20:18-19)।
"तब यह आकाशवाणी हुई, मैं ने उसकी महिमा की है, और फिर भी करूँगा।" तब जो लोग खड़े हुए सुन रहे थे उन्होंने कहा कि बादल गरजा। दूसरों ने कहा, "कोई स्वर्गदूत उससे बोला" (युहन्ना 12:28-29)।

2018/10/20

इक्कीसवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन, वचन, परमेश्वर ने कहा, सत्य

इक्कीसवाँ कथन


मनुष्य मेरी ज्योति के बीच में गिरता है और मेरे द्वारा उद्धार के कारण डटा रहता है। जब मैं पूरे विश्व में उद्धार लेकर आता हूँ, तो मनुष्य मेरे पुनरुद्धार के प्रवाह में प्रवेश करने के लिए रास्ते तलाशने की कोशिश करता है; फिर भी बहुत से हैं जिन्हें इस पुनरुद्धार की प्रचण्ड धारा के द्वारा बिना कोई निशान छोड़े साफ कर दिया जाता है। ऐसे बहुत से हैं जिन्हें इन प्रचण्ड जलधाराओं के द्वारा डूबा दिया जाता है और निगल लिया जाता है; और बहुत से हैं, जो प्रचण्ड धारा के मध्य भी डटे रहते हैं, जिन्होंने अपनी दिशा के एहसास को कभी नहीं खोया है, और जिन्होंने आज तक इस प्रचण्ड धारा का इसी तरह अनुसरण किया है।

2018/10/18

बारहवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन, यीशु का दूसरा आगमन, वचन, सत्य

बारहवाँ कथन

जब पूर्व से बिजली चमकती है—जो कि निश्चित रूप से वही क्षण भी होता है जब मैं बोलना आरम्भ करता हूँ—जिस क्षण बिजली प्रकट होती है, तो संपूर्ण नभमण्डल जगमगा उठता है, और सभी तारे रूपान्तरित होना शुरू कर देते हैं। ऐसा प्रतीत होता है मानो पूरी मानवजाति को उचित प्रकार से शुद्ध करने और काट-छाँट करने के अधीन कर दिया गया हो। पूर्व के प्रकाश की इस किरण के नीचे, समस्त मानवजाति को उसके मूल स्वरूप में प्रकट किया जाता है चुँधियाई आँखें, भ्रम में हक्के बक्के; अभी भी वे अपनी कुरूप मुखाकृति को छिपाने में कम समर्थ हैं।

2018/10/16

दसवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन, मसीह, सत्य, वचन

दसवाँ कथन


आखिरकार, राज्य का युग बीते हुए समयों से अलग है। मनुष्य जो कुछ करता है यह उससे संबंधित नहीं है। उसके बजाए, पृथ्वी पर उतरने के बाद मैं व्यक्तिगत रूप से अपना कार्य करता हूँ-वह कार्य जिसका मनुष्य न तो अनुमान लगा सकते हैं और जिसे न ही पूरा कर सकते हैं। संसार की सृष्टि से लेकर आज तक, इन सारे वर्षों में यह हमेशा कलीसिया के निर्माण के विषय में था, किन्तु कोई भी राज्य के निर्माण के बारे में नहीं सुनता है।

2018/10/15

नौवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन, परमेश्वर ने कहा, मसीह, सत्य

नौवाँ कथन


चूँकि तुम मेरे घराने के एक सदस्य हो, और चूँकि तुम मेरे राज्य में निष्ठावान हो, इसलिए तुम जो कुछ भी करते हो उसे उन मानकों को पूरा करना चाहिए जिसकी मैं अपेक्षा करता हूँ। मैं यह नहीं कहता हूँ कि तुम घुमक्कड़ बादल से ज्यादा और कुछ नहीं बनो, बल्कि तुम चमचमाती हुई बर्फ के समान बनो, और उसके सार को और उस से भी बढ़कर उसके मूल्य को धारण करो।

2018/08/20

दसवाँ कथन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर, परमेश्वर, सत्य, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन
सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन-दसवाँ कथन
आखिरकार, राज्य का युग बीते हुए समयों से अलग है। मनुष्य जो कुछ करता है यह उससे संबंधित नहीं है। उसके बजाए, पृथ्वी पर उतरने के बाद मैं व्यक्तिगत रूप से अपना कार्य करता हूँ-वह कार्य जिसका मनुष्य न तो अनुमान लगा सकते हैं और जिसे न ही पूरा कर सकते हैं। संसार की सृष्टि से लेकर आज तक, इन सारे वर्षों में यह हमेशा कलीसिया के निर्माण के विषय में था, किन्तु कोई भी राज्य के निर्माण के बारे में नहीं सुनता है। यद्यपि मैं अपने मुँह से इसके विषय में बात करता हूँ, फिर भी क्या कोई है जो उसके सार तत्व को जानता है?

2018/08/14

मसीह न्याय का कार्य सत्य के साथ करता है

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मसीह न्याय का कार्य सत्य के साथ करता है


अंत के दिनों का कार्य, सभी को उनके स्वभाव के आधार पर पृथक करना, परमेश्वर की प्रबंधन योजना का समापन करना है, क्योंकि समय निकट है और परमेश्वर का दिन आ गया है। परमेश्वर उन सभी को जिन्होंने उसके राज्य में प्रवेश कर लिया है अर्थात्, वे सभी लोग जो अंत तक उसके वफादार रहे हैं, स्वयं परमेश्वर के युग में ले जाता है। हालाँकि, जब तक स्वयं परमेश्वर का युग नहीं आ जाता है तब तक परमेश्वर जो कार्य करेगा वह मनुष्य के कर्मों को देखना या मनुष्य जीवन के बारे में पूछताछ करना नहीं, बल्कि उनके विद्रोह का न्याय करना है, क्योंकि परमेश्वर उन सभी को शुद्ध करेगा जो उसके सिंहासन के सामने आते हैं।

2018/08/08

परमेश्वर के स्वभाव को समझना अति महत्वपूर्ण है

सर्वशक्तिमान परमेश्वर, यीशु, परमेश्वर, सत्य, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनसर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—परमेश्वर के स्वभाव को समझना अति महत्वपूर्ण है

बहुत सारी ऐसी चीज़ें हैं जिनके विषय में मैं आशा करता हूँ कि आप उसे प्राप्त करेंगे फिर भी, आपकी गतिविधियाँ और आपका जीवन मेरी माँगों को सम्पूर्णता से पूरा करने में असमर्थ हैं, इसलिए, सीधे मुद्दे पर आकर अपने दिल और मन की बात आपको समझाता हूं। ये मानते हुए कि आपकी परखने और प्रशंसा करने की योग्यताएँ बेहद कमज़ोर हैं, आप पूरी तरह मेरे विवेक और सार से लगभग बिलकुल अनजान हैं, तो ये अति आवश्यक है कि मैं इसके बारे में आपको सूचित करूँ। इस से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप पहले कितना समझते थे या फिर आप इन विषयों को समझने में इच्छुक हैं कि नहीं, फिर भी मुझे उनके बारे में आपको विस्तारपूर्वक बताना होगा। ये कोई ऐसा विषय नहीं हैं जो आपके लिए बिलकुल अनजान हो, परन्तु ऐसा नहीं लगता कि आप इसे समझते हैं या इसमें जो अर्थ निहित है उससे परिचित हैं।

2018/08/06

देहधारण के महत्व को दो देहधारण पूरा करते हैं

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सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—देहधारण के महत्व को दो देहधारण पूरा करते हैं
परमेश्वर के द्वारा किए गए कार्य के प्रत्येक चरण का एक वास्तविक महत्व है। जब यीशु का आगमन हुआ, वह पुरुष था, और इस बार वह स्त्री है। इससे, तुम देख सकते हो कि परमेश्वर ने अपने कार्य के लिए पुरुष और स्त्री दोनों का सृजन किया और वह लिंग के बारे में कोई भी भेदभाव नहीं करता है। जब उसका आत्मा आगमन करता है, तो वह इच्छानुसार किसी भी देह को धारण कर सकता है और वह देह उसका ही प्रतिनिधित्व करती है। चाहे यह पुरुष हो या स्त्री, दोनों ही परमेश्वर को प्रकट करते हैं क्योंकि यह उसका देहधारी शरीर है। यदि यीशु एक स्त्री के रूप में आ जाता और प्रकट हो जाता, दूसरे शब्दों में, यदि पवित्र आत्मा के द्वारा एक शिशु कन्या, न कि एक लड़का, गर्भधारण किया जाना होता, तब भी कार्य का वह चरण उसी तरह से पूरा किया गया होता।

2018/08/03

सातवाँ कथन

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सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—सातवाँ कथन

पश्चिम की सभी शाखाओं को मेरी आवाज़ सुननी चाहिएः
अतीत में, क्या तुम लोग मेरे प्रति निष्ठावान रहे हो? क्या तुम लोगों ने मेरे परामर्श के उत्कृष्ट वचनों का पालन किया है? क्या तुम लोगों के पास ऐसी आशाएँ हैं जो वास्तविक हैं और अस्पष्ट और अनिश्चित नहीं हैं। मनुष्य की वफादारी, उसका प्रेम उसकी निष्ठा—जो कुछ मुझ से आता है उसके अलावा और कुछ नहीं है, जो कुछ मेरे द्वारा प्रदान किया जाता है उसके अलावा और कुछ नहीं है। मेरे लोगो, जब तुम लोग मेरे वचनों को सुनते हो, तो क्या तुम लोग मेरी इच्छा को समझते हो?

2018/07/26

Walk in the Love of God | Hindi Christian Music | "परमेश्वर अपनी उम्मीद रखता है पूरी तरह इंसान पर"

Walk in the Love of God | Hindi Christian Music | "परमेश्वर अपनी उम्मीद रखता है पूरी तरह इंसान पर"

प्रारंभ से लेकर आजतक, बस इंसान ही कर पाया बात परमेश्वर से। उसके बनाए गए सभी जीवित प्राणियों के बीच, बस इंसान ही कर पाता है बात परमेश्वर से। इंसान सुनता है कानों से और देखता है आँखों से, सोच और भाषा के साथ है उसके पास इच्छा की आज़ादी। इंसान के पास हैं सभी क्षमताएं ज़रूरी परमेश्वर को सुनने के लिए, उसकी इच्छा समझने के लिए, परमेश्वर का आदेश स्वीकारने के लिए, परमेश्वर के दिए आदेश को अपनाने के लिए।

2018/07/15

Hindi Christian Movie | Chronicles of Religious Persecution in China "निर्वासन का लम्बा रास्ता"


Hindi Christian Movie | Chronicles of Religious Persecution in China "निर्वासन का लम्बा रास्ता"

वर्ष 1949 में मेनलैण्ड चीन में सत्ता में आने के बाद से, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी धार्मिक आस्था का निरंतर उत्पीड़न करने में लगी रही है। पागलपन में यह ईसाइयों को बंदी बना चुकी है और उनकी हत्या कर चुकी है, चीन में काम कर रहे मिशनरियों को निष्काषित कर चुकी है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा चुका है, बाइबल की अनगिनत प्रतियां जब्त कर जला दी गयीं हैं, कलीसिया की इमारतों को सीलबंद कर दिया गया है और ढहाया जा चुका है, और सभी गृह कलीसिया को जड़ से उखाड़ फैंकने का प्रयास किया जा चुका है।...

2018/07/06

God Is Love | New Hindi Christian Song 2018 | शुद्ध प्रेम बिना दोष के

God Is Love | New Hindi Christian Song 2018 | शुद्ध प्रेम बिना दोष के

शुद्ध प्रेम बिना दोष के प्रेम एक शुद्ध भावना है, शुद्ध बिना किसी भी दोष के। अपने हृदय का प्रयोग करो, प्रेम के लिए, अनुभूति के लिए और परवाह करने के लिए। प्रेम नियत नहीं करता, शर्तें, बाधाएँ या दूरी। अपने हृदय का प्रयोग करो, प्रेम के लिए, अनुभूति के लिए और परवाह करने के लिए।

2018/06/28

God Is Almighty | Hindi Gospel Music "परमेश्वर के अधिकार के तहत शैतान कुछ नहीं बदल सकता"

God Is Almighty | Hindi Gospel Music "परमेश्वर के अधिकार के तहत शैतान कुछ नहीं बदल सकता"

परमेश्वर के अधिकार के तहत शैतान कुछ नहीं बदल सकता कितने सालों से, हज़ारों वर्षों से, शैतान मानव को भ्रष्ट करता रहा है, गढ़ी इतनी बुराइयाँ। पीढ़ियों के बाद पीढ़ियों को उसने धोखा दिया। ओह, कितने जुर्म, ख़ौफ़नाक जुर्म, शैतान ने दुनिया भर में हैं किये।

2018/06/22

God Is With Me | Hindi Gospel Music "परमेश्वर को जान लेने का परिणाम"

God Is With Me | Hindi Gospel Music "परमेश्वर को जान लेने का परिणाम"

परमेश्वर को जान लेने का परिणाम एक दिन तुम्हें लगेगा, परमेश्वर पहेली नहीं है, वो कभी छुपा नहीं है, ना कभी तुमसे अपना चेहरा छुपाया है, वो तुमसे बिल्कुल दूर नहीं है। तुम जिसके लिये दिन-रात तरसते हो, मगर अपने जज़्बात से उस तक, पहुंच नहीं सकते हो, वो अब ऐसा नहीं है।

2018/06/21

Hindi Christian Song | Learn How to Pray to God | "सच्ची प्रार्थना"

Hindi Christian Song | Learn How to Pray to God | "सच्ची प्रार्थना"

सच्ची दुआ अपने दिल की बातों को परमेश्वर के सामने कहना है, यह परमेश्वर की मर्ज़ी और उसके वचन पर आधारित है। सच्ची दुआ परमेश्वर को अपने करीब महसूस करना है, जैसे वो ख़ुद तेरे सामने हो।

Hindi Christian Song | सिर्फ़ वही प्रवेश करेंगे  अंतिम विश्राम में जो हो चुके हैं पवित्र उतरी है आदम हव्वा से, लेकिन भविष्य की म...