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2019/07/04

अध्याय 8 विभिन्न प्रकार के लोगों और मनुष्य को की गई परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अंत।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
क्या अब तुम समझ गए कि न्याय क्या है और सत्य क्या है? यदि तुम अब समझ गए हो, तो मैं तुम्हें न्याय के प्रति समर्पित होने के लिए प्रोत्साहित करता हूँ, अन्यथा तुम्हें कभी भी परमेश्वर की प्रशंसा पाने का या परमेश्वर द्वारा उसके राज्य में ले जाए जाने का अवसर नहीं मिलेगा। जो केवल न्याय को ग्रहण करते हैं परन्तु कभी भी शुद्ध नहीं हो सकते हैं, अर्थात्, जो न्याय के कार्य के मध्य ही भाग जाते हैं, वे हमेशा के लिए परमेश्वर द्वारा नफ़रत किए और अस्वीकार कर दिए जाएँगे।

2019/04/13

प्रश्न 6: हम सब-कुछ त्याग दें, प्रभु के सुसमाचार का प्रचार करें और कलीसिया की देखभाल करें। इस तरह के कामों से हम स्वर्ग के पिता की इच्छा को पूरा कर पाएंगे। इस तरह से अभ्यास करना क्या कोई गलत है?

उत्तर: प्रभु के सुसमाचार को फैलाना और उनके लिये कार्य करना ही स्वर्ग के पिता की इच्छा को पूरा करना नहीं होता। स्वर्ग के पिता की इच्छा को पूरा करने के लिये ज़रूरी है कि प्रभु के रास्ते पर चला जाए और उनके आदेशों का पालन किया जाए। इंसान अपना फ़र्ज़ उसी तरह निभाये जैसा प्रभु चाहते हैं। जैसा कि प्रभु यीशु ने कहा है, "तू परमेश्वर अपने प्रभु से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख। बड़ी और मुख्य आज्ञा तो यही है। और उसी के समान यह दूसरी भी है कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख" (मत्ती 22:37-39)। जहां तक स्वर्ग के पिता की इच्छा को पूरा करने की बात है, तो उसके लिये सबसे ज़रूरी है कि प्रभु यीशु के आज के वचनों का पालन किया जाए।

2018/08/15

Hindi Best Christian Movie | "मेरे काम में दखल मत दीजिए" | The Spiritual Awakening of Christians

Hindi Best Christian Movie | "मेरे काम में दखल मत दीजिए" | The Spiritual Awakening of Christians


ली छींगशिंग चीन की एक गृह कलीसिया में प्रचारक हैं, और अनेक वर्षों से प्रभु में आस्थावान रही हैं। वे हमेशा उत्साह के साथ सुसमाचार के प्रचार का प्रभु का कार्य करती हैं, वे चौकस होकर प्रभु के आने का इंतज़ार कर रही हैं ताकि वे स्वर्ग के राज्य में लायी जा सकें। हाल के वर्षों में, ली छींगशिंग ने देखा है कि विभिन्न
मसीहपंथ और कलीसिया पहले से कहीं अधिक वीरान होते जा रहे हैं। परंतु चमकती पूर्वी बिजली, चीन की कम्युनिस्ट सरकार और धार्मिक वर्गों द्वारा ज़बरदस्त निंदा और अत्याचार के बावजूद और ज़्यादा जोशपूर्ण हो गयी है। अलग-अलग सम्प्रदायों और पंथों की ज़्यादा-से-ज्यादा अच्छी भेड़ों और प्रधान भेड़ों ने चमकती पूर्वी बिजली को स्वीकार कर लिया है। इससे ली छींगशिंग का ध्यान थोड़ा आत्मचिंतन की ओर जाता है।

2018/08/11

नौवाँ कथन

यीशु, परमेश्वर, सुसमाचार, मसीह, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन—नौवाँ कथन

चूँकि तुम मेरे घराने के एक सदस्य हो, और चूँकि तुम मेरे राज्य में निष्ठावान हो, इसलिए तुम जो कुछ भी करते हो उसे उन मानकों को पूरा करना चाहिए जिसकी मैं अपेक्षा करता हूँ। मैं यह नहीं कहता हूँ कि तुम घुमक्कड़ बादल से ज्यादा और कुछ नहीं बनो, बल्कि तुम चमचमाती हुई बर्फ के समान बनो, और उसके सार को और उस से भी बढ़कर उसके मूल्य को धारण करो। क्योंकि मैं पवित्र भूमि से आया था, कमल के समान नहीं, जिसके पास केवल एक नाम है और कोई सार नहीं क्योंकि वह कीचड़ से आया था न कि पवित्र भूमि से। जिस समय एक नया स्वर्ग पृथ्वी पर अवरोहण करता है और एक नई पृथ्वी आसमान में फैल जाती है यही वह समय भी है जब मैं औपचारिक रूप में मनुष्य के बीच कार्य करता हूँ।

2018/07/18

New Hindi Christian Song 2018 | "अंत के दिनों में देहधारी परमेश्वर मुख्यत: वचन का कार्य करता है"

New Hindi Christian Song 2018 | "अंत के दिनों में देहधारी परमेश्वर मुख्यत: वचन का कार्य करता है"

अंत के दिनों का देहधारी परमेश्वर अनुग्रह के युग का अंत करता है, वचन को व्यक्त करता है, वचन जो इंसान को, पूर्ण और प्रबुद्ध करता है, वचन जो इंसान के दिल से परमेश्वर की, अज्ञात धारणा दूर करता है। यीशु ने जो किया, वो काम अलग था। उसने किये चमत्कार, और जो थे बीमार, उनका किया उपचार, किया स्वर्ग के राज्य के, सुसमाचार का प्रचार, और चढ़ गया सूली पे, करने लोगों का उद्धार।

2018/06/27

परमेश्वर सम्पूर्ण मानवजाति के भाग्य का नियन्ता है

परमेश्वर, यीशु, सुसमाचार, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन,

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन-परमेश्वर सम्पूर्ण मानवजाति के भाग्य का नियन्ता है

मानवजाति का सदस्य और सच्चे ईसाई होने के नाते, अपने मन और शरीर को परमेश्वर के आदेश को पूरा करने के लिए समर्पित करना हम सभी की ज़िम्मेदारी और दायित्व है, क्योंकि हमारा सम्पूर्ण अस्तित्व परमेश्वर से आया है, और यह परमेश्वर की संप्रभुता के कारण अस्तित्व में है। यदि हमारे मन और शरीर परमेश्वर के आदेश के लिए नहीं हैं और मानवजाति के धर्मी कार्य के लिए नहीं हैं, तो हमारी आत्माएँ उन लोगों के योग्य नहीं हैं जो परमेश्वर के आदेश के लिए शहीद हुए हैं, परमेश्वर के लिए तो और भी अधिक अयोग्य हैं, जिसने हमें सब कुछ प्रदान किया है।

2018/06/19

परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों को जानना ही परमेश्वर को जानने का मार्ग है

परमेश्वर, सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन, परमेश्वर को जानना

परमेश्वर के कार्य के तीन चरणों को जानना ही परमेश्वर को जानने का मार्ग है

मानवजाति के प्रबंधन करने के कार्य को तीन चरणों में बाँटा जाता है, जिसका अर्थ यह है कि मानवजाति को बचाने के कार्य को तीन चरणों में बाँटा जाता है। इन चरणों में संसार की रचना का कार्य समाविष्ट नहीं है, बल्कि ये व्यवस्था के युग, अनुग्रह के युग और राज्य के युग के कार्य के तीन चरण हैं। संसार की रचना करने का कार्य, सम्पूर्ण मानवजाति को उत्पन्न करने का कार्य था। यह मानवजाति को बचाने का कार्य नहीं था, और मानवजाति को बचाने के कार्य से कोई सम्बन्ध नहीं रखता है, क्योंकि जब संसार की रचना हुई थी तब मानवजाति शैतान के द्वारा भ्रष्ट नहीं की गई थी, और इसलिए मानवजाति के उद्धार का कार्य करने की कोई आवश्यकता नहीं थी।

Hindi Christian Song | सिर्फ़ वही प्रवेश करेंगे  अंतिम विश्राम में जो हो चुके हैं पवित्र उतरी है आदम हव्वा से, लेकिन भविष्य की म...