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2019/09/09

God Hopes to Gain Man's True Faith and Love for Him



Hindi Gospel Song | परमेश्वर स्वयं के लिए इंसान की सच्ची आस्था और प्रेम पाने की करता है आशा
परमेश्वर करता है आशा, जब तुम समझो,
उसके सच्चे रूप को,
तुम हो जाओगे उनके और करीब;
सच्चे दिल से समझोगे उनके प्रेम को,
इंसानियत के लिए उनकी चिंता की करोगे सच्ची तारीफ़;
अपने दिल को सौंप दोगे उनके हाथ में,
न रहेगा शंका न होगा कोई संदेह उनके बारे में,
इंसान के लिए वो सब कुछ करते हैं, लेकिन चुपके से,
उनकी सच्चाई, निष्ठा और प्यार मिलता है इंसान को चुपके से।
वह अपने किये पर कभी नहीं पछताता है,
न इंसान से मांगता है नेकी का बदला और न करता है उनसे कुछ मिलने की आशा।
वह जो कुछ भी करता उसमें सच्ची आस्था और प्यार ही उसकी इकलौती मुराद है।
जब तुम्हारा दिल सच में पहचानता है परमेश्वर का स्वभाव
और उसके सार के लिए तुममें हो बड़ी सराहना,
तुम महसूस करोगे परमेश्वर को बिल्कुल अपने करीब,
तुम महसूस करोगे परमेश्वर को बिल्कुल अपने करीब।

अनुशंसित:परमेश्वर के भजन - चुने हुए भजनों को सूची - परमेश्वर प्रेम को ब्यक्त करना




2019/08/03

Hindi Christian Song | परमेश्वर के वचनों का एक भजन | मानव जाति पर परमेश्वर की करुणा

Hindi Christian Song  | परमेश्वर के वचनों का एक भजन | मानव जाति पर परमेश्वर की करुणा


"दया" को..... कई तरीकों से समझ सकते है इसका मतलब तो प्यार, सुरक्षा और देखभाल है "दया"... का मतलब प्रभु से लगाव है लेकिन ज्यादा स्नेह किसी के नुकसान के लिए नहीं है जो उसके प्यार और कोमलता का छाया मात्र है और इस भावना को हम कभी भी खोना नहीं चाहेंगे यह परमेश्वर का रहम और सहनशीलता है इंसानों पर जबकि परमेश्वर ने सभी के लिए एक ही शब्द का प्रयोग किया लेकिन इसमें उनके दिल की आवाज़ और नज़रिया है हमारे लिए जब परमेश्वर बोले तो सब कुछ प्रकाशित हुआ नीनवह की सड़के भी, सदोम की तरह, भ्रष्ट, बुरी और हिंसक थी लेकिन वो पछताए तो भगवान का दिल बदल गया और उनका विनाश भी माफ़ हुआ परमेश्वर के शब्द और शिक्षा के लिए उनका रवैया सदोम के लोगों से अलग था उनका समर्पण भगवान के लिए पूरा था और अपने पापों के लिए पश्चाताप भी सच्चा था वो हर तरीके से मेहनती और ईमानदार थे तो परमेश्वर ने एक बार फिर करुणा दिखाई और उन पर कृपा की। “वचन देह में प्रकट हुआ” से

अनुशंसित: परमेश्वर के भजन - नये युग में स्तुति - प्रभु की वापसी का स्वागत करें

2019/07/18

लोगों के इस समूह को पूरा करने का संकल्प लिया है परमेश्वर ने



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • लोगों के इस समूह को पूरा करने का संकल्प लिया है परमेश्वर ने
  •  
  • I
  • शायद ही कोई इन्सान है ऐसा
  • जो समझ सके परमेश्वर के दिल की तीव्र इच्छा,
  • क्योंकि इन्सान की क्षमता बहुत कम है,
  • उसकी आध्यात्मिक अनुभूति भी मंद है,
  • इन्सान कभी ध्यान नहीं देता परमेश्वर के कार्य पर।
  • इसलिए उसकी चिंता करता रहता है परमेश्वर।
  • इन्सान की जंगली प्रकृति,
  • सामने आ सकती है कभी भी।

2019/06/28

परमेश्वर द्वारा इन लोगों के चुने जाने का महान अर्थ



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • परमेश्वर द्वारा इन लोगों के चुने जाने का महान अर्थ
  •  
  • I
  • इस धारा के व्यक्ति के रूप में,
  • तुम सबको वास्तव में ईश्वर की
  • महान योजना का, उसकी पूरी प्रबंधन योजना का,
  • उद्देश्य जानना चाहिए,
  • तथ्य जानो जो वो पहले ही पूरा कर चुका,
  • उसने क्यों लोगों के एक समूह को चुना,
  • इसके लक्ष्य और अर्थ क्या हैं,
  • और ईश्वर तुममें क्या पाना चाहता है।
  • बड़े लाल अजगर की भूमि में,
  • ईश्वर ने साधारण लोगों के एक समूह को ऊँचा उठाया है,
  • कई तरह से उनका परीक्षण लेते, पूर्ण करते हुए।
  • उसने अनगिनत वचन कहे और कार्य किए,
  • सेवा के लिए कई वस्तुएँ भेजते हुए।
  • परमेश्वर के कार्य का अर्थ महान है,
  • तुम लोग अब भी नहीं समझ सकते हो इसे पूरी तरह से।
  • II
  • परमेश्वर ने जो कार्य तुम लोगों पर किया है
  • उसे साधारण न समझो।
  • ईश्वर ने आज जो दिखाया है पर्याप्त है वो,
  • विचारने और समझने के लिए।
  • गर तुम लोग अच्छी तरह समझते हो इसे,
  • ज़्यादा गहराई से इसका अनुभव करोगे।
  • और सिर्फ़ इसी तरह से
  • अपने जीवन में प्रगति कर सकते हो।
  • बड़े लाल अजगर की भूमि में,
  • ईश्वर ने साधारण लोगों के एक समूह को ऊँचा उठाया है,
  • कई तरह से उनका परीक्षण लेते, पूर्ण करते हुए।
  • उसने अनगिनत वचन कहे और कार्य किए,
  • सेवा के लिए कई वस्तुएँ भेजते हुए।
  • परमेश्वर के कार्य का अर्थ महान है,
  • तुम लोग अब भी नहीं समझ सकते हो इसे पूरी तरह से।
  • III
  • लोग जो समझ सकते हैं
  • और कर रहे हैं अभी वो बहुत कम है।
  • ये ईश्वर के प्रयोजनों को संतुष्ट,
  • नहीं कर सकता पूरी तरह से।
  • ये मनुष्य की अपूर्णता है,
  • वो अपना कर्तव्य निभाने में विफल है।
  • यही कारण है कि जो परिणाम
  • अब तक प्राप्त होना चाहिए था
  • नहीं हो पाया है।
  •  
  • बड़े लाल अजगर की भूमि में,
  • ईश्वर ने साधारण लोगों के एक समूह को ऊँचा उठाया है,
  • कई तरह से उनका परीक्षण लेते, पूर्ण करते हुए।
  • उसने अनगिनत वचन कहे और कार्य किए,
  • सेवा के लिए कई वस्तुएँ भेजते हुए।
  • परमेश्वर के कार्य का अर्थ महान है,
  • तुम लोग अब भी नहीं समझ सकते हो इसे पूरी तरह से, पूरी तरह से।
  •  
  • "वचन देह में प्रकट होता है" से

अनुशंसित: Hindi prayer song will tell you what the true prayer is.

2019/06/23

परमेश्वर की एकमात्र ख़्वाहिश धरती पर



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • परमेश्वर की एकमात्र ख़्वाहिश धरती पर
  •  
  • देहधारण किया है परमेश्वर ने इस बार,
  • निमंत्रण पर
  • इंसान के हालात को देखकर,
  • आपूर्ति करने इंसान को उसकी, जिसकी उसे ज़रूरत है।
  • I
  • आ रहा है वो हर इंसान को,
  • चाहे इंसान की काबिलियत या परवरिश कुछ भी हो,
  • परमेश्वर के वचन दिखाने,
  • उनमें परमेश्वर के अस्तित्व और
  • परमेश्वर की अभिव्यक्ति को दिखाने,
  • वचनों से परमेश्वर की पूर्णता को स्वीकार कराने।
  • उम्मीद है परमेश्वर को
  • बदलेगा विचार और धारणाएँ इंसान अपनी,
  • ताकि बस जाए मज़बूती से परमेश्वर का सच्चा चेहरा
  • इंसान के दिल की गहराइयों में।

2019/06/17

पवित्र शिष्टता जो परमेश्वर के विश्वासियों को धारण करनी चाहिए

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
शैतान के द्वारा भ्रष्ट होने से पहले, मनुष्य स्वभाविक रूप से परमेश्वर का अनुसरण करता था और उसके वचनों का आज्ञापालन करता था। वह स्वभाविक रूप से सही समझ और सद्विवेक का था, और सामान्य मानवता का था। शैतान के द्वारा भ्रष्ट होने के बाद, उसकी मूल समझ, सद्विवेक, और मानवता मंदी हो गईं और शैतान के द्वारा खराब हो गईं।

2019/06/15

सच्चे मार्ग की खोज में तुम्हें तर्कशक्ति से सम्पन्न अवश्य होना चाहिए

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
परमेश्वर और मनुष्य को बराबर नहीं कहा जा सकता। उसका सार और उसका कार्य मनुष्य के लिये सर्वाधिक अथाह और समझ से परे है। यदि परमेश्वर व्यक्तिगत रूप में अपना कार्य न करे, और मनुष्यों के संसार में अपने वचन न कहें, तो मनुष्य कभी भी परमेश्वर की इच्छा को समझ नहीं सकता है, और इसलिए, यहाँ तक कि जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन भी परमेश्वर को समर्पित कर दिया है, वे भी उसके अनुमोदन को पाने में सक्षम नहीं हैं।

2019/06/14

परमेश्वर पर विश्वास में नए कार्य के प्रति लोगों के विरोध का स्रोत तुम्हें अवश्य मालूम होना चाहिए।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
मनुष्य के द्वारा परमेश्वर का विरोध करने का कारण, एक ओर मनुष्य के भ्रष्ट स्वभाव से, और दूसरी ओर, परमेश्वर के प्रति अज्ञानता और परमेश्वर के कार्य के सिद्धांतों की और मनुष्य के प्रति उनकी इच्छा की समझ की कमी से उत्पन्न होता है। इन दोनों पहलुओं का, परमेश्वर के प्रति मनुष्य के प्रतिरोध के इतिहास में विलय होता है। नौसिखिए विश्वासी परमेश्वर का विरोध करते हैं क्योंकि ऐसा विरोध उनकी प्रकृति में होता है, जबकि कई वर्षों से विश्वास वाले लोगों में परमेश्वर का विरोध, उनके भ्रष्ट स्वभाव के अलावा, परमेश्वर के प्रति उनकी अज्ञानता का परिणाम है।
"वचन देह में प्रकट होता है" से "वे सब जो परमेश्वर को नहीं जानते हैं वे ही परमेश्वर का विरोध करते हैं" से

2019/06/02

मानवजाति पर परमेश्वर की दया



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • मानवजाति पर परमेश्वर की दया
  •  
  • I
  • दया का अर्थ हो सकता है, दिल से प्रेम करना।
  • दया का अर्थ हो सकता है, प्रेम और रक्षा करना।
  • दया का अर्थ हो सकता है, चोट न देना चाहना।
  • दया का अर्थ हो सकता है, कोमलता महसूस करना।
  • II
  • दया दिखा सकती है कोमल प्रेम और अनुराग।
  • दया का अर्थ हो सकता है हार मानना न चाहना।
  • दया है इन्सान के प्रति परमेश्वर की कृपा और सहनशीलता।

2019/06/01

देहधारण के महत्व को दो देहधारण पूरा करते हैं।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
देहधारण का महत्व यह है कि वह साधारण, सामान्य मनुष्य परमेश्वर स्वयं के कार्यों को करता है; अर्थात्, कि परमेश्वर अपने दिव्य कार्य को मानवता में करता है और उसके द्वारा शैतान को परास्त करता है। देहधारण का अर्थ है कि परमेश्वर का आत्मा देह बन जाता है, अर्थात्, परमेश्वर देह बन जाता है; जो कार्य वह देह में करता है वह पवित्रात्मा का कार्य होता है, जो देह में प्राप्त होता है, देह द्वारा अभिव्यक्त होता है।

2019/05/24

परमेश्वर के विजय-कार्य का प्रधान लक्ष्य



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • परमेश्वर के विजय-कार्य का प्रधान लक्ष्य
  •  I
  • तुम सबका पतन हो चुका है अंधेरे में,
  • गहरी चोट खा चुके हो तुम सब।
  • जानो तुम सब इंसानी प्रकृति,
  • और जिओ सत्य को, है लक्ष्य परमेश्वर के काम का।
  • अंधेरे से तुम बच सको अगर,
  • मैली चीज़ों से ख़ुद को दूर रख सको अगर,
  • पवित्र तुम बन सको अगर,
  • हैं इसके मायने कि है सत्य तुम्हारे पास।

2019/05/22

परमेश्वर के परीक्षणों और शुद्धिकरण के कार्य का महत्व।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
लोगों की कौन सी आंतरिक स्थिति पर यह सब परीक्षणों को लक्ष्य किया जाता है? ये लोगों के विद्रोही स्वभाव को लक्षित करती हैं जो परमेश्वर को संतुष्ट करने के अयोग्य है। लोगों के भीतर बहुत सी अशुद्ध बातें हैं, और बहुत सा पांखड भरा हुआ है, और इसलिए परमेश्वर उन्हें परीक्षाओं के आधीन करता है ताकि उन्हें शुद्ध बना सके।… परमेश्वर का सच्चा प्रेम उसके सम्पूर्ण स्वभाव में निहित है, और जब परमेश्वर का सम्पूर्ण स्वभाव तेरे ऊपर प्रकट होता है, तो यह तेरे देह पर क्या लेकर आता है? जब परमेश्वर का धार्मिक स्वभाव तुझे दिखाया जाता है, तेरा देह अनिवार्य रूप से अत्याधिक कष्ट सहेगा।

2019/05/21

परमेश्वर के न्याय और ताड़ना के कार्य का महत्व।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
अंत के दिनों का कार्य, सभी को उनके स्वभाव के आधार पर अलग करना, परमेश्वर की प्रबंधन योजना का समापन करना है, क्योंकि समय निकट है और परमेश्वर का दिन आ पहुँचा है। जिन्होंने उसके राज्य में प्रवेश कर लिया है अर्थात्, वे सभी लोग जो अंत तक उसके वफादार रहे हैं, परमेश्वर उन सभी को स्वयं परमेश्वर के युग में ले जाता है। हालाँकि स्वयं परमेश्वर के युग के आने से पहले परमेश्वर जो कार्य करने की इच्छा रखता है वह मनुष्य के कर्मों को देखना या मनुष्य जीवनों के बारे में पूछताछ करना नहीं है, बल्कि उनके विद्रोह का न्याय करना है, क्योंकि परमेश्वर अपने सिंहासन के सामने आने वाले सभी लोगों को शुद्ध करेगा।

2019/05/20

परमेश्वर के विजय के कार्य का महत्व।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
आज का विजय कार्य उस सम्पूर्ण साक्ष्य और उस सम्पूर्ण प्रताप को पुनः प्राप्त करने, और सभी मनुष्यों से परमेश्वर की आराधना करवाने के लिए है, जिससे सृष्ट वस्तुओं में साक्ष्य हो। कार्य के इस पड़ाव में यही किए जाने की आवश्यकता है। मनुष्यजाति को किस प्रकार जीता जाए? मनुष्य को सम्पूर्ण रीति से कायल करने के लिए यह वचनों के इस कार्य का प्रयोग कया जायेगा; उसे पूर्णत: अधीन बनाने के लिए, न्याय, ताड़ना, निर्दयी श्राप और प्रकटीकरण का प्रयोग किया जायेगा; और मनुष्य के विद्रोहीपन को ज़ाहिर करने और उसके विरोध का न्याय करने के द्वारा किया जाएगा; जिससे वह मानवता की अधार्मिकता और अशुद्धता को जान सके, जिसका प्रयोग परमेश्वर के धार्मिक स्वभाव की विशिष्टता दर्शाने के लिए किया जाएगा। मुख्यतः, यह इन वचनों का प्रयोग होगा, जो मनुष्य को जीतते और उसे पूर्णत: कायल करते हैं। शब्द मनुष्यजाति को अन्तिम रूप से जीत लेने के साधन हैं, और वे सभी जो इस जीत लिए जाने को स्वीकार करते हैं, उन्हें इन वचनों के प्रहार और न्याय को भी स्वीकार करना आवश्यक है।

2019/05/18

बदली नहीं हैं परमेश्वर की उम्मीदें इंसान के लिये



  • परमेश्वर के वचनों का एक भजन
  • बदली नहीं हैं परमेश्वर की उम्मीदें इंसान के लिये
  •  I
  • जब इसहाक को पेश किया बलिदान के लिये अब्राहम ने,
  • तो देखी परमेश्वर ने आज्ञाकारिता और ईमानदारी उसकी,
  • कामयाब रहा वो परमेश्वर के इम्तहान में।
  • परमेश्वर का विश्वासपात्र बनने, उसे जानने की योग्यता से
  • अभी भी दूर था मगर वो।
  • देख नहीं सका परमेश्वर का स्वभाव वो।

2019/05/13

परमेश्वर के कार्य के तीनों चरणों में से प्रत्येक के बीच सम्बन्ध।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
यहोवा के कार्य से ले कर यीशु के कार्य तक, और यीशु के कार्य से लेकर इस वर्तमान चरण तक, ये तीन चरण परमेश्वर के प्रबंधन की पूर्ण परिसीमा को आवृत करते हैं, और यह समस्त एक ही पवित्रात्मा का कार्य है। जब से उसने दुनिया बनाई, तब से परमेश्वर हमेशा मानव जाति का प्रबंधन करता आ रहा है। वही आरंभ और अंत है, वही प्रथम और अंतिम है, और वही एक है जो युग का आरंभ करता है और वही युग का अंत करता है।

2019/05/12

परमेश्वर के कार्य के तीनों चरणों में से प्रत्येक के उद्देश्य और महत्व को जानना।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
सूत्रपात करने के लिए थे, जो, इस्राएल को इसका केन्द्र लेते हुए, धीरे-धीरे अन्य जाति-राष्ट्रों में फैलते हैं। यही वह सिद्धांत है जिसके अनुसार वह तमाम विश्व में कार्य करता है—एक प्रतिमान स्थापना करना, और तब तक उसे फैलाना जब तक कि विश्व के सभी लोग उसके सुसमाचार को ग्रहण न कर लें। प्रथम इस्राएली नूह के वंशज थे। इन लोगों को केवल यहोवा की श्वास प्रदान की गई थी, और वे जीवन की मूल आवश्यकताओं को पर्याप्त रूप से समझते थे, किन्तु वे नहीं जानते थे कि यहोवा किस प्रकार का परमेश्वर है, या मनुष्य के लिए उसकी इच्छा को नहीं जानते थे, और यह तो बिलकुल भी नहीं जानते थे कि समस्त सृष्टि के प्रभु का सम्मान कैसे करें।

2019/04/29

Hindi Christian Song | ईश्वर का प्रेम मानव के लिए कितना महत्त्वपूर्ण है | The Meticulous Love of God

Hindi Christian Song | ईश्वर का प्रेम मानव के लिए कितना महत्त्वपूर्ण है | The Meticulous Love of God


"परमेश्वर का हुक्म आदम के लिये" - बाइबल की तस्वीर ये, मार्मिक भी है, दिल को भी छूती है। हालाँकि सिर्फ परमेश्वर और इंसान हैं तस्वीर में, मगर कितना अंतरंग रिश्ता है दोनों में, हैरानी भी होती है हमें, अनुराग भी जागता है दिल में।

2019/04/28

Hindi Worship Song | परमेश्वर बहाल कर देगा सृजन की पूर्व स्थिति | God's Kingdom Has Come on Earth

Hindi Worship Song | परमेश्वर बहाल कर देगा सृजन की पूर्व स्थिति | God's Kingdom Has Come on Earth


अपने गहरे होते वचन के साथ, परमेश्वर की नज़र है कायनात पर। हर सृजन बनता है नया, परमेश्वर के वचनों की बुनियाद पर। स्वर्ग बदल रहा है, धरती बदल रही है, इंसान अपनी असलियत दिखा रहा है। धरती बनाई जब परमेश्वर ने, तो तराशी हर चीज़ उसके स्वभाव के अनुरूप।

2019/04/22

Hindi Christian Song 2019 | शैतान के हाथों इंसान के दूषण के परिणाम का सत्य

Hindi Christian Song 2019 | शैतान के हाथों इंसान के दूषण के परिणाम का सत्य


बरसों से भरोसा करते लोग जिन विचारों पर

जीते चले आये हैं, दूषित कर दिया उनके दिलों को उन विचारों ने।
इंसान को उन विचारों ने, कपटी, कायर और नीच बना दिया है।
बस लालची, अहंकारी और हठीला बन गया है
न इच्छाशक्ति है न संकल्प है इंसान में,
ऊँचा खुद को उठा नहीं सकता इतना कमज़ोर है
गले हुए विचार हैं और जीवन उनके।

Hindi Christian Song | सिर्फ़ वही प्रवेश करेंगे  अंतिम विश्राम में जो हो चुके हैं पवित्र उतरी है आदम हव्वा से, लेकिन भविष्य की म...